भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था – GDP में जापान को पछाड़ा
भारत ने एक और ऐतिहासिक आर्थिक उपलब्धि हासिल की है। International Monetary Fund (IMF) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत ने हाल ही में जापान को मामूली अंतर से पीछे छोड़ते हुए यह मुकाम हासिल किया है।
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भारत और जापान की GDP तुलना
IMF के अनुसार, भारत की GDP अब 4.187 ट्रिलियन डॉलर हो चुकी है जबकि जापान की GDP 4.186 ट्रिलियन डॉलर है। यानि बहुत ही मामूली अंतर से भारत ने जापान को पीछे छोड़ा है और ग्लोबल रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
अब भारत से ऊपर कौन-कौन सी अर्थव्यवस्थाएं हैं?
चौथे स्थान पर भारत आने के बाद अब सवाल उठता है कि हमसे ऊपर कौन हैं? आइए एक नजर डालते हैं:
- तीसरे स्थान पर: जर्मनी – जिसकी GDP लगभग 4.74 ट्रिलियन डॉलर है।
- दूसरे स्थान पर: चीन – जिसकी GDP लगभग 19 ट्रिलियन डॉलर है।
- पहले स्थान पर: अमेरिका – जिसकी GDP लगभग 30 ट्रिलियन डॉलर है।
जर्मनी को पछाड़ने के लिए क्या करना होगा?
जर्मनी की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल सेक्टर पर आधारित है। Mercedes, BMW, Audi जैसे ब्रांड्स पूरी दुनिया में बिकते हैं। अगर भारत को जर्मनी को पछाड़ना है, तो हमें Tata Motors और Mahindra जैसे घरेलू ब्रांड्स को प्रमोट करना होगा। यही हमारे ऑटो सेक्टर को मजबूत बनाएगा और GDP में वृद्धि लाएगा।
क्या तीसरे स्थान तक पहुंचना संभव है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार कह चुके हैं कि वे भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं। और यह लक्ष्य असंभव नहीं है। भारत में इतना पोटेंशियल है कि आने वाले वर्षों में यह स्थान हासिल किया जा सकता है।
शेयर बाजार में उछाल तय है
जब भी किसी देश की GDP तेजी से बढ़ती है, तो उस देश का शेयर मार्केट भी साथ-साथ ऊपर जाता है। इसका सीधा फायदा वहां के इन्वेस्टर्स को होता है। अगर भारत थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी बनने की राह पर है, तो समझ लीजिए कि शेयर बाजार में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा।
क्या आम आदमी की आमदनी भी बढ़ रही है?
GDP में वृद्धि एक पॉजिटिव संकेत है, लेकिन क्या इससे आम आदमी की per capita income भी बढ़ रही है? यही असली सवाल है। क्या हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में इसका असर दिख रहा है? क्या हम बेहतर जीवन जी पा रहे हैं?
आपका क्या विचार है? भारत की प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) के बारे में आप क्या जानते हैं? कमेंट करके बताइए।
✅ निष्कर्ष:भारत की यह उपलब्धि गर्व का विषय है। अब यह हम सभी पर निर्भर करता है कि हम स्थानीय ब्रांड्स को सपोर्ट करें, इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा दें और स्मार्ट वित्तीय निर्णय लें ताकि हम न केवल आंकड़ों में, बल्कि जमीनी स्तर पर भी प्रगति कर सकें।
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