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भारत ने तुर्की और अज़रबैजान का बहिष्कार क्यों किया #boycottTurkey

भारत ने तुर्की और अज़रबैजान का बहिष्कार क्यों किया? (Why India Boycott Turkey and Azerbaijan in Hindi)

भारत में तुर्की और अज़रबैजान के खिलाफ बहिष्कार का यह अभियान सिर्फ सरकार तक सीमित नहीं है, बल्कि जनता, उद्योग और व्यापारिक समुदाय का भी व्यापक समर्थन इसे मिल रहा है। इन देशों के पाकिस्तान के समर्थन के कारण भारत ने आर्थिक, सामाजिक और कूटनीतिक रूप से जवाब देने का निर्णय लिया है।

इस बहिष्कार के तहत न केवल पर्यटन सेवाएं रोकी जा रही हैं, बल्कि अरबों रुपये के व्यापारिक अनुबंध भी रद्द किए जा रहे हैं।

सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey और #BoycottAzerbaijan जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहाँ लाखों लोग इन देशों के उत्पादों और सेवाओं का बहिष्कार करने का आह्वान कर रहे हैं। इसके अलावा, भारत के कई व्यवसायिक संगठनों ने तुर्की और अज़रबैजान से आयात बंद करने और घरेलू विकल्पों को अपनाने की पहल शुरू कर दी है, जिससे आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी बल मिल रहा है।




इस पूरे घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब बात राष्ट्रीय सम्मान और सुरक्षा की होती है, तो भारत हर स्तर पर एकजुट होकर कठोर निर्णय लेने में पीछे नहीं रहता।

भारत में तुर्की और अज़रबैजान के खिलाफ बहिष्कार का यह अभियान सिर्फ सरकार तक सीमित नहीं है, बल्कि जनता, उद्योग और व्यापारिक समुदाय का भी व्यापक समर्थन इसे मिल रहा है। इन देशों के पाकिस्तान के समर्थन के कारण भारत ने आर्थिक, सामाजिक और कूटनीतिक रूप से जवाब देने का निर्णय लिया है।

1. पाकिस्तान के समर्थन में तुर्की और अज़रबैजान के बयान:

तुर्की और अज़रबैजान ने हाल ही में भारत-पाकिस्तान संघर्ष (ऑपरेशन सिंदूर) के दौरान पाकिस्तान का खुला समर्थन किया। इस राजनीतिक रुख से भारत में गुस्सा फैल गया और जनता से लेकर संगठनों तक ने इन देशों के बहिष्कार की मांग की।

2. स्वदेशी जागरण मंच (RSS से संबद्ध) की अपील:

  • RSS से जुड़े संगठन स्वदेशी जागरण मंच (SJM) ने केंद्र सरकार से मांग की है कि:
  • तुर्की और अज़रबैजान के साथ आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएं
  • इन देशों के लिए नागरिक विमान सेवाएं बंद की जाएं
  • भारतीय पर्यटकों को वहां जाने से रोका जाए
  • राजनयिक संबंधों की भी समीक्षा की जाए

3. पर्यटन उद्योग पर असर:

MakeMyTrip ने बताया कि तुर्की और अज़रबैजान के लिए बुकिंग्स में 60% की गिरावट आई है और कैंसलेशन 250% तक बढ़ गए हैं।

EaseMyTrip और Cox & Kings ने इन दोनों देशों के लिए अपनी यात्रा सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी हैं।

4. उद्योग जगत का जवाब – मार्बल आयात बंद:

राजस्थान के उदयपुर में तुर्की से ₹3,000 करोड़ के मार्बल आयात को रोक दिया गया है।
भारत में तुर्की से 70% मार्बल आता था, अब इस फैसले से देशी मार्बल उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।

5. सोशल मीडिया और उद्योगपतियों की प्रतिक्रिया:

बिज़नेस टायकून हर्ष गोयनका ने कहा कि भारतीयों ने पिछले साल तुर्की और अज़रबैजान में ₹4,000 करोड़ खर्च किए। उन्होंने आग्रह किया कि भारतीय लोग इन देशों की यात्रा बंद करें और घरेलू या वैकल्पिक पर्यटन को बढ़ावा दें।

6. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अज़रबैजान के खिलाफ मुहिम:

"Coalition to Boycott Baku" नामक अंतरराष्ट्रीय संगठन ने अज़रबैजान के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोप लगाते हुए COP29 क्लाइमेट समिट के बहिष्कार की मांग की है।


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