मॉक ड्रिल क्या है क्यों किया जाता है India's mock drills
मॉक ड्रिल क्या है क्यों किया जाता है
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के मद्देनज़र, भारत ने व्यापक मॉक ड्रिल्स और सैन्य अभ्यास शुरू किए हैं, जो 1971 के युद्ध के बाद से सबसे बड़े हैं। इनका उद्देश्य नागरिक और सैन्य दोनों स्तरों पर आपातकालीन तैयारियों को परखना और सुधारना है।
🇮🇳 भारत की हालिया मॉक ड्रिल्स (मई 2025)
1. राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल (7 मई 2025)
स्थान: देशभर के 259 जिलों में, जिनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, और इंदौर शामिल हैं।
समय: शाम 4 बजे से 7 बजे तक।
प्रमुख गतिविधियाँ:
हवाई हमले के सायरन बजाना।
5 मिनट की बिजली कटौती (ब्लैकआउट)।
बंकरों और आश्रयों में नागरिकों का अभ्यास।
एनसीसी, एनएसएस, होम गार्ड्स, और छात्रों की भागीदारी।
प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन सेवाओं का परीक्षण।
उद्देश्य: पाकिस्तान समर्थित पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के बाद नागरिकों की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाना।
2. भारतीय वायु सेना का "एक्सरसाइज़ आक्रमण" (अप्रैल–मई 2025)
स्थान: राजस्थान और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्र।
भाग लेने वाले विमान: राफेल, सुखोई-30MKI, मिग-21, AEW&C, और S-400 वायु रक्षा प्रणाली।
प्रमुख अभ्यास:
सटीक हवाई हमले।
इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और हवाई श्रेष्ठता मिशन।
सेना और नौसेना के साथ संयुक्त अभ्यास।
उद्देश्य: उच्च तीव्रता वाले युद्ध परिदृश्यों में भारतीय वायु सेना की तैयारियों को परखना और सुधारना।
🔥 हालिया घटनाक्रम और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान में नौ लक्ष्यों पर हवाई हमले किए, जिनमें आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया।
पाकिस्तान ने इन हमलों को "युद्ध का कार्य" बताया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने दोनों देशों से तनाव कम करने और वार्ता शुरू करने का आग्रह किया है।
🧭 निष्कर्ष
भारत द्वारा आयोजित ये मॉक ड्रिल्स और सैन्य अभ्यास न केवल नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार करने का प्रयास हैं, बल्कि यह भी संकेत देते हैं कि देश अपनी सुरक्षा तैयारियों को गंभीरता से ले रहा है। इन अभ्यासों से नागरिकों में जागरूकता बढ़ेगी और आपदा प्रबंधन प्रणालियों की क्षमता का परीक्षण होगा।