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History fact in hindi रहस्यमई इतिहास

 


सोमनाथ से दक्षिण ध्रुव तक – एक रहस्यमयी सीधी रेखा


बहुत समय पहले की बात है। भारत के पश्चिमी तट पर एक प्राचीन मंदिर है – सोमनाथ ज्योतिर्लिंग। समुद्र के किनारे स्थित यह मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि विज्ञान और रहस्य का अद्भुत संगम है।


माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति सोमनाथ मंदिर से दक्षिण दिशा में एक सीधी रेखा खींचे, तो वह सीधे अंटार्कटिका और दक्षिण ध्रुव तक पहुँच जाता है – और आश्चर्य की बात यह है कि पूरे 11,000 किलोमीटर की इस सीधी रेखा में कहीं भी कोई जमीन का टुकड़ा नहीं आता।


इस बात का उल्लेख किया गया है मंदिर परिसर में मौजूद बाण स्तंभ में, जो सातवीं शताब्दी में स्थापित हुआ था। स्तंभ पर खुदा है –

"आस मुद्रांक दक्षिण ध्रुव प्रयत अबाधित ज्योतिर मार्ग",

अर्थात् – "इस स्थान से दक्षिण ध्रुव तक का मार्ग बिना किसी अवरोध के सीधा है।"


इतिहास गवाह है कि इस मंदिर को 17 बार विदेशी आक्रांताओं ने तोड़ा, पर हर बार यह फिर से बना – और आज भी समुद्र किनारे अडिग खड़ा है, जैसे सच्चाई और आस्था की मिसाल हो।


अब प्रश्न यह है –

जब न कोई सैटेलाइट था, न कोई हवाई यान – तब हजारों साल पहले हमारे पूर्वजों को यह ज्ञान कैसे था?


क्या यह केवल संयोग था, या फिर हमारे पूर्वज खगोल और भूगोल के गहरे ज्ञाता थे?


आप क्या सोचते हैं?

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